बद्रीनाथ और माणा गांव की मेरी यात्रा - My trip to Badrinath and Mana village
दोस्तों आज पूरी दुनिआ कोरोना महामारी के दंश को झेल रही है और इस से बचाव के लिए ट्रैवेलिंग करीब करीब बंद ही है ऐसे में वो पुराने दिन बहुत याद आते हैं जब कभी भी, कहीं भी मन हो घूमने का तो निकल जाया करते थे। उन्ही दिनों की याद तजा करते हुए आज मैं आपको अपने एक अनोखे और रोमांचक सफर पर ले कर जा रहा हूँ, तो चलिए सुरु करते हैं। बात वर्ष 2013 के जून महीने की है। ग्रीषम काल की छुट्टियां चल रही थी और कोर्ट भी बंद हो गये थे। विचार आ रहा था की कहीं घूमने के लिए चला जाये। अभी ये सब विचार मन के अंदर ही थे की तभी मेरी बात मेरे एक घनिस्ट कॉलेज के मित्र से हुई जिनका नाम कृष्णा बल्लभ है और उन्होंने भी ऐसे ही विचार व्यक्त किये। फिर क्या था, घूमने का प्लान बन गया। अब बस डेस्टिनेशन फाइनल करने की बात रह गयी थी और थोड़ा डिस्कशन करने के बाद हमने हरिद्वार जाने का निश्चय किया। ये एक पारिवारिक ट्रिप होनी थी। मेरे मन में कहीं न कहीं हिमालय में और अंदर तक जाने की इच्छा थी इसलिए मैंने अपने मित्र को भी कह दिया की कम से कम एक सेट ठण्ड के कपड़े भी रख ले। हिमालय (Himalayas)